भारत में उद्यमिता और रोज़गार में लैंगिक असमानताओं का आकलन
आर्थिक विकास सम्पूर्ण कार्यबल के सफल उपयोग पर निर्भर करता है। एजाज़ ग़नी का तर्क है कि लैंगिक समानता न केवल मानवाधिकारों का एक प्रमुख स्तम्भ है, बल्कि उच्च और अधिक समावेशी आर्थिक विकास को बनाए रखने का ए...
- Ejaz Ghani
- 12 अप्रैल, 2024
- दृष्टिकोण
भारत में समाचार पत्र बाज़ार के राजनीतिक निर्धारक
समाचार पत्र भारतीय मतदाताओं के लिए राजनीतिक जानकारी का एक महत्त्वपूर्ण स्रोत हैं। लेख में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि राजनीतिक कारक समाचार पत्र बाज़ार को किस तरह से प्रभावित करते हैं। 2000 के दशक क...
- Julia Cagé Guilhem Cassan Francesca R. Jensenius
- 28 फ़रवरी, 2024
- लेख
क्या सुरक्षित पेयजल से बच्चों के शैक्षिक परिणामों में सुधार हो सकता है?
यह अच्छी तरह से प्रमाणित हो चुका है कि शुद्ध पानी पीने से स्वास्थ्य संबंधी लाभ होते हैं, लेकिन क्या इससे बच्चों के शैक्षिक परिणामों में भी सुधार हो सकता है? साफ पानी का अधिकार एक मूल अधिकार है और एक स...
- Narbadeshwar Mishra Jyoti Prasad Mukhopadhyay
- 08 अप्रैल, 2024
- लेख
दो बच्चों की सीमा का स्थानीय राजनेताओं पर प्रभाव
भारत के कुछ राज्यों में दो से अधिक बच्चों वाले व्यक्तियों को स्थानीय चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं है। इस कॉलम से पता चलता है कि इस प्रकार के कानून के कारण ऐसे राज्यों में सामान्य जनता के बीच प्रजनन दर क...
- S Anukriti Abhishek Chakravarty
- 12 जुलाई, 2021
- लेख
कोविड -19: क्या मोटापा कोई भूमिका निभाता है?
भारत में अतिपोषण एक प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दा है। अधिक वजन या मोटापा कोविड -19 की वजह से होने वाली गंभीर बीमारी के प्रति व्यक्तियों को अधिक संवेदनशील बनाते हैं। कोविड -19 के जिला-स्तरीय डेटा औ...
- Archana Dang Indrani Gupta
- 09 जुलाई, 2021
- लेख
वंश मानदंड और महिलाओं की राजनीति में सहभागिता
स्थानीय राजनीति में महिलाओं के प्रतिनिधित्व हेतु आरक्षण ने हालांकि एक मार्ग प्रशस्त किया है, लेकिन इसने उन बुनियादी समस्याओं का समाधान नहीं किया जो महिलाओं को राजनीति में पूर्ण रूप से शामिल होने से रो...
- Rachel Brulé Nikhar Gaikwad
- 06 जुलाई, 2021
- लेख
कोविड-19 संकट और खाद्य सुरक्षा
2020 में कोविड -19 के प्रसार को रोकने के लिए भारत में लगाए गए राष्ट्रीय लॉकडाउन ने लाखों लोगों को बेरोजगार कर दिया और जो लोग रोज़गार में बने रहे उनकी कमाई में तेजी से कमी आई। बहु-राज्य सर्वेक्षणों के आ...
- Jean Drèze Anmol Somanchi
- 02 जुलाई, 2021
- दृष्टिकोण
कोविड-19 से लड़ने के लिए वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं का लाभ उठाना
जब भारत में कोविड-19 की दूसरी लहर आई, तो ऑक्सीजन, चिकित्सा उपकरणों और जीवन रक्षक दवाओं की कमी के कारण स्वास्थ्य संकट और बढ़ गया। इस लेख में, सी वीरामणि और अन्वेषा बसु तर्क देते हैं कि भारत सरकार के आत...
- Anwesha Basu C. Veeramani
- 29 जून, 2021
- दृष्टिकोण
भारत के स्वास्थ्य कर्मियों के वेतन में लैंगिक अंतर
भारत में कुल योग्यता-प्राप्त स्वास्थ्य कर्मियों में लगभग आधी महिलाएं होने के बावजूद, महिला स्वास्थ्य कर्मियों को एक स्पष्ट लैंगिक वेतन अंतर और अनुकूल कार्य-परिस्थितियों की कमी का सामना करना पड़ता है। ...
- Arushi Pandey
- 25 जून, 2021
- दृष्टिकोण
जीवनसाथी के द्वारा होने वाली हिंसा को कम करना: युवा पुरुषों के साथ एक आधार तैयार करना
बिहार में पांच में से दो विवाहित महिलाओं ने वैवाहिक हिंसा का अनुभव किया है। राज्य में युवा पुरुषों को लैंगिक परिवर्तनकारी जीवन-कौशल साझा करने वाले एक अध्ययन ‘दो कदम बराबरी की ओर’ कार्यक्रम के आधार पर ...
- K.G. Santhya A.J. Francis Zavier
- 22 जून, 2021
- फ़ील्ड् नोट
कोविड-19: भारत की झुग्गी-बस्तियों में स्वास्थ्य तथा आर्थिक प्रभाव
प्रारंभिक अनुमानों में यह कहा गया था कि कोविड-19 से झुग्गी-बस्तियों में रहने वाले लोग सबसे बुरी तरह प्रभावित होंगे क्योंकि वे अत्यधिक घनी बसी आबादी में रहते हैं, वहां साझा नल होते हैं और वहां सामाजि...
- Harlan Downs-Tepper Anirudh Krishna Emily Rains
- 16 जून, 2021
- फ़ील्ड् नोट
आज़ादी के फल? महिलाओं की कार्य में भागीदारी और घरेलू उपकरणों को अपनाना
क्या महिलाओं की कार्य भागीदारी में वृद्धि घरेलू उपकरणों को अधिक अपनाये जाने का कारण बनती है, या मामला ठीक इसके विपरीत है? इस प्रश्न को हल करने के लिए, इस लेख में द्वितीय विश्व युद्ध की अवधि के अमेरिकी...
- Gautam Bose Tarun Jain Sarah Walker
- 10 जून, 2021
- लेख
सूचना का प्रावधान और खाद्य सुरक्षा: शहरी भारत में एक क्षेत्रीय अध्ययन
हालांकि लाखों लोगों के दैनिक भोजन की खपत का एक महत्वपूर्ण भाग स्ट्रीट फूड है, तथापि इन खाद्य आपूर्ति श्रृंखलाओं की विश्वसनीयता और सुरक्षा लोगों के स्वास्थ्य के सन्दर्भ में एक प्रमुख सार्वजनिक चिंता बन...
- Gianmarco Daniele Sulagna Mookerjee Denni Tommasi
- 07 जून, 2021
- लेख
यौनकर्मी, कलंक और आत्म-छवि: कोलकाता के वेश्यालयों से साक्ष्य
गरीब या वंचित होना अक्सर कलंक का कारण बनता है, जो किसी व्यक्ति की आत्म-छवि को छिन्न-भिन्न कर सकता है, उप-इष्टतम विकल्पों को प्रेरित कर सकता है और परिणामस्वरूप व्यक्ति मनोवैज्ञानिक गरीबी के जाल में ...
- Sayantan Ghosal Smarajit Jana Anandi Mani Sandip Mitra Sanchari Roy
- 31 मई, 2021
- लेख
2021 पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव: क्या कोविड-19 के बढ़ने से प्रभाव पड़ा?
पश्चिम बंगाल राज्य में हुए हाल के विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस विजयी हुई है। इस लेख में घटक और मैत्रा ने 2016, 2019, तथा 2021 के चुनावी आंकड़ों का उपयोग करते हुए, चुनाव लड़ने वाले दल...
- Maitreesh Ghatak Pushkar Maitra
- 27 मई, 2021
- दृष्टिकोण