भूमि संबंधी ऐतिहासिक नीतियाँ और सामाजिक-आर्थिक विकास : उत्तर प्रदेश का मामला
उत्तर प्रदेश में विकासात्मक परिणामों में महत्वपूर्ण अंतर-राज्यीय भिन्नता पाई जाती है और शोध से पता चलता है कि ऐसा आंशिक रूप से, राज्य के भीतर औपनिवेशिक भूमि संबंधी नीतियों में अंतर के दीर्घकालिक प्रभा...
- Kartikeya Batra
- 20 अगस्त, 2024
- लेख
बदलती जलवायु में बाघों का संरक्षण
बाघ वन साम्राज्य के सबसे राजसी जीवों में से एक हैं। सफ़ेद बाघ और रॉयल बंगाल टाइगर से लेकर साइबेरियन बाघ तक, इन की कई प्रजातियाँ हैं और इनमें से प्रत्येक अपने निवास स्थान पर गर्व से राज करती है। जलवायु...
- Anamitra Anurag Danda
- 13 अगस्त, 2024
- दृष्टिकोण
मध्य भारत के आदिवासी समुदाय : चुनौतियाँ और आगे की राह
‘आदिवासी आजीविका की स्थिति’ रिपोर्ट ने एक बार फिर मध्य भारत में जनजातियों की भयावह स्थिति की ओर ध्यान आकर्षित किया है। विश्व के मूल व आदिवासी लोगों के अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उनकी रक्षा क...
- Dibyendu Chaudhuri Parijat Ghosh
- 09 अगस्त, 2024
- फ़ील्ड् नोट
व्यवहार एवं व्यक्तित्व लक्षणों में जातिगत अंतर: विश्वविद्यालय के छात्रों का एक अध्ययन
यद्यपि कई अध्ययनों में जातियों में स्वास्थ्य और शैक्षिक परिणामों में अंतर की जांच की गई है, लेकिन व्यावहारिक प्राथमिकताओं और व्यक्तित्व लक्षणों में जातिगत अंतर पर बहुत कम साक्ष्य उपलब्ध हैं। दिल्ली ...
- Utteeyo Dasgupta Subha Mani Smriti Sharma Saurabh Singhal
- 05 फ़रवरी, 2021
- लेख
कृषि श्रमिकों का निकास और पराली का जलना
यद्यपि श्रमिकों का कम उत्पादकता वाले क्षेत्रों से उच्च उत्पादकता वाले क्षेत्रों की ओर स्थानांतरित होने की प्रक्रिया को आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है, लेकिन इसके पर्यावरण पर पड़ने वाले ...
- Hemant Kumar Pullabhotla
- 03 फ़रवरी, 2021
- लेख
‘संथाल परगना’ में भूमि विवाद: मुद्दे और समाधान
झारखंड के संथाल परगना क्षेत्र के छह में से चार जिलों को नीति आयोग द्वारा ‘आकांक्षी जिलों’ के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इस लेख में कर्ण सत्यार्थी ने इस क्षेत्र में कार्यरत भू-राजस्व प्रशासन के अनोख...
- Karn Satyarthi
- 29 जनवरी, 2021
- फ़ील्ड् नोट
कृषि कानून: गतिरोध का समाधान
हाल ही में इंडियन एक्सप्रेस के एक लेख में भरत रामास्वामी ने किसानों के विरोध से उत्पन्न मौजूदा संकट को हल करने के लिए कुछ उत्तेजक सुझाव पेश किए हैं। इस पोस्ट में रामास्वामी ने अशोक कोटवाल (प्रधान संपा...
- Ashok Kotwal Bharat Ramaswami
- 27 जनवरी, 2021
- दृष्टिकोण
अत्यंत गरीब लोंगो में संकट की स्थितियों में डटे रहने की क्षमता का विकास करना
मौजूदा सामाजिक सुरक्षा तंत्र में समावेशन की कमी होने के कारण गरीबों की कमजोरियां और बढ़ जाती हैं और इसके कारण वे संकट के दौरान पर्याप्त मात्रा में सहायता से वंचित रह जाते हैं। इस लेख में शगुन सबरवाल औ...
- Maximilian Lohnert Shagun Sabarwal
- 19 जनवरी, 2021
- लेख
I4I के 2020 के हाइलाइट: प्रधान संपादक की टिप्पणी
अब जब हम वर्ष 2021 में प्रवेश कर रहे हैं, प्रधान संपादक अशोक कोटवाल पीछे मुड़ कर देखते हैं कि पिछला वर्ष कितना अभूतपूर्व और महत्त्वपूर्ण रहा है। साथ ही उन्होंने आइडियास फॉर इंडिया के 2020 के मुख्य हाइ...
- Ashok Kotwal
- 14 जनवरी, 2021
- दृष्टिकोण
सूचना प्रौद्योगिकी को अपनाना तथा उत्पादकता: भारतीय कृषि में मोबाइल फोन की भूमिका
2000 के दशक के मध्य और उत्तरार्ध के दौरान भारत ने ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल फोन कवरेज का विस्तार किया और कृषि संबंधी सलाह लेने वाले किसानों के लिए निशुल्क कॉल सेंटर सेवाओं की शुरुआत की। इस लेख से ...
- Apoorv Gupta Jacopo Ponticelli Andrea Tesei
- 12 जनवरी, 2021
- लेख
कोयला आधारित बिजली इकाइयों से प्रदूषण और बच्चों एवं महिलाओं की एनीमिक स्थिति
स्वास्थ्य पर वायु प्रदूषण के प्रभाव को व्यापक रूप से शोध-साहित्य में जगह मिली है। जहां अन्य अध्ययनों में मुख्य रूप से सामान्य रुग्णता और मृत्यु दर जैसे परिणामों पर ध्यान केंद्रित किया गया है, यह लेख ...
- Sourangsu Chowdhury Gaurav Datt Sagnik Dey Pushkar Maitra Nidhiya Menon Ranjan Ray
- 07 जनवरी, 2021
- लेख
कोविड-19 लॉकडाउन और प्रवासी श्रमिक: बिहार एवं झारखंड के व्यावसायिक प्रशिक्षुओं का सर्वेक्षण
भारत में हुए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण विशेष रूप से प्रवासी मजदूर बुरी तरह प्रभावित हुए। जब यात्रा प्रतिबंध हटा दिए गए तब 1.1 करोड़ अंतरराज्यीय प्रवासी अपने घर लौट गए। इस आलेख में चक्रवर्ती एवं अन्...
- Bhaskar Chakravorty Clément Imbert Maximilian Lohnert Poonam Panda
- 04 जनवरी, 2021
- फ़ील्ड् नोट
क्या मतदान का अधिकार राजनीतिक व्यवहार को प्रभावित करता है? भारत से ऐतिहासिक साक्ष्य
लोकतंत्र को लंबे समय से बेहतर आर्थिक विकास परिणामों के लिए जाना जाता है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि नागरिकों को मतदान का अधिकार देना, राजनीतिक भागीदारी या प्रतियोगिता को प्रभावी बनाए रखने को सुनिश्च...
- Guilhem Cassan Lakshmi Iyer Rinchan Ali Mirza
- 22 दिसंबर, 2020
- लेख
भारत में मानसिक स्वास्थ्य असमानताएँ
सामाजिक समूहों के बीच शारीरिक स्वास्थ्य असमानताओं को लेकर अब तक काफी शोध किया जा चुका है, लेकिन इसमें मानसिक स्वास्थ्य का पहलू अब तक अनदेखा है। 2007-2008 में छह भारतीय राज्यों में डब्ल्यूएचओ द्वारा कि...
- Diane Coffey Aashish Gupta Meghana Mungikar
- 18 दिसंबर, 2020
- लेख
मानसिक स्वास्थ्य को मापने के लिए फोन सर्वेक्षण का इस्तेमाल
कोविड-19 के कारण सार्वजनिक स्वास्थ्य एवं मानवीय संकटों ने खराब मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे को उजागर किया है। शारीरिक स्वास्थ्य की तरह मानसिक स्वास्थ्य भी काम और जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है,...
- Diane Coffey Payal Hathi Nazar Khalid Amit Thorat
- 16 दिसंबर, 2020
- लेख