सामाजिक पहचान

महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन हेतु अंतर्राष्ट्रीय दिवस

  • Blog Post Date 25 नवंबर, 2020
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25 नवंबर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष कोविड-19 महामारी और संबद्ध लॉकडाउन के कारण घरेलू हिंसा में भरी वृद्धि पर विशेष ध्यान दिया गया है। हमारे इस पृष्ठ तथा हमारे सोशल मीडिया पेजों पर अगले ‘16 दिनों की लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ मूहीम’ पर नज़र रखें। हम इससे संबंधित I4I विषयवस्तु विडियो तथा इन्फोग्राफिक के माध्यम से उजागर करेंगे।

#GenerationEquality #16days #OrangeTheWorld #हिन्दी

आइडियास फॉर इंडिया की पठन सूची

कोविड-19: ‘आभासी महामारी’ और महिलाओं के खिलाफ हिंसा - मनीषा शाह (यूनिवरसिटि ऑफ कैलिफोर्निया, लॉस एंजिल्स) तथा सरवना रविंद्रन (नैशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ सिंगापुर)

[अंग्रेज़ी में पढ़ें] [इन्फोग्राफिक] [अंग्रेज़ी में विडियो]

शादी के समय महिलाओं की उम्र घरेलू हिंसा को कैसे प्रभावित करती है? - पुनर्जित रॉयचौधरी (नॉटिंघम विश्वविद्यालय) तथा गौरव धमीजा (भारतीय सांख्यिकी संस्थान के दिल्ली केंद्र)

[अंग्रेज़ी में पढ़ें] [विडियो] [इन्फोग्राफिक]

क्या हिंसा के भय से भारत में महिला श्रम सप्लाई प्रभावित होती है? - ज़हरा सिद्दिकी (यूनिवर्सिटी ऑफ़ ब्रिस्टल)

[अंग्रेज़ी में पढ़ें] [इन्फोग्राफिक]

महिलाओं का आर्थिक सशक्तीकरण और घरेलू हिंसा – अपर्णा माथुर (काउंसिल ऑफ इकनॉमिक अड्वाइज़र्स, व्हाइट हाउस)

[अंग्रेज़ी में पढ़ें] [हिन्दी में विडियो]

शौचालय तक पहुँच और महिलाओं की सार्वजनिक सुरक्षा - कनिका महाजन (अशोका यूनिवर्सिटी), शीतल सेखरी (वर्जिनिया यूनिवर्सिटी)

कोविड-19 लॉकडाउन और आपराधिक गतिविधियाँ: बिहार से साक्ष्य - रुबेन पॉबलेट-काज़नैव (यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन)

[अंग्रेज़ी में पढ़ें] [अंग्रेज़ी में विडियो] [अंग्रेज़ी में इन्फोग्राफिक] [हिन्दी में इन्फोग्राफिक]

लिंग आधारित हिंसा के लिए मौत की सजा: एक टूटी हुई व्यवस्था के लिए अस्थाई समाधान - श्रीराधा मिश्रा (इंडियन स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी)

[अंग्रेज़ी में पढ़ें]

कोविड-19: लॉकडाउन और घरेलू हिंसा - नलिनी गुलाटी (इंटेरनैशनल ग्रोथ सेंटर, इंडिया सेंट्रल प्रोग्राम)

[अंग्रेज़ी में पढ़ें] [अंग्रेज़ी में इन्फोग्राफिक] [हिन्दी में इन्फोग्राफिक]

बार में शराब का सेवन और सार्वजनिक स्थान में महिलाओं की सुरक्षा का प्रबन्ध - कनिका महाजन (अशोका यूनिवर्सिटी) तथा सलोनी खुराना (भारतीय विदेश व्यापार संस्थान - आईआईएफ़टी)

[अंग्रेज़ी में पढ़ें]

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