Arkadev Ghosh

Arkadev Ghosh is a Ph.D. candidate in economics at the University of British Columbia in Canada. His research interests lie in the fields of development economics and political economy. Prior to coming to UBC, he completed a Master’s Degree from the London School of Economics and a Bachelor’s degree from the University of Edinburgh in the U.K.

महामारी के वक्त में पक्षपात: कोविड संबंधी अफवाहें और कारखानों में श्रमिक आपूर्ति
मार्च महीने के मध्य में, एक इस्लामी संस्था तब्लीगी जमात द्वारा दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के बाद से कोविड मामलों की संख्या में भरी संख्या में एकाएक वृद्धि हुई, और भारत में इस बीमारी के मुसलमानों द्वारा फैलाने जैसी दुर्भावनापूर्ण अफवाहें फैलने शुरू हो गयी। एक कारखाने के 500 श्रमिकों के फोन सर्वेक्षण के आधार पर, इस नोट में अर्कदेव ने दिखलाया है कि इस तरह की अफवाह फैलने से उन हिंदू श्रमिकों की श्रम-क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है जिनके साथ मुस्लिम श्रमिक भी काम करते हैं।

महामारी के वक्त में पक्षपात: कोविड संबंधी अफवाहें और कारखानों में श्रमिक आपूर्ति
मार्च महीने के मध्य में, एक इस्लामी संस्था तब्लीगी जमात द्वारा दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के बाद से कोविड मामलों की संख्या में भरी संख्या में एकाएक वृद्धि हुई, और भारत में इस बीमारी के मुसलमानों द्वारा फैलाने जैसी दुर्भावनापूर्ण अफवाहें फैलने शुरू हो गयी। एक कारखाने के 500 श्रमिकों के फोन सर्वेक्षण के आधार पर, इस नोट में अर्कदेव ने दिखलाया है कि इस तरह की अफवाह फैलने से उन हिंदू श्रमिकों की श्रम-क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है जिनके साथ मुस्लिम श्रमिक भी काम करते हैं।

भारतीय विनिर्माण उद्योग में हिंदू-मुस्लिम एकता और फर्म का उत्पादन- एक क्षेत्र प्रयोग से साक्ष्य
उपलब्ध प्रमाण दर्शाते हैं कि खराब सामाजिक संबंधों और श्रमिकों में पसंद-आधारित भेदभाव के चलते जातिगत विविधता फर्म के उत्पादन को कम कर सकती है। यह लेख, पश्चिम बंगाल के एक विनिर्माण संयंत्र में किये गए एक प्रयोग के आधार पर दर्शाता है कि लगातार अत्यधिक समन्वय की आवश्यकता वाले कार्यों को करने वाली टीमों में यदि अलग-अलग धर्म के श्रमिक शामिल हैं तो शुरू में टीम का उत्पादन कम हो जाता है। तथापि,उत्पादकता पर पड़ने वाला यह नकारात्मक प्रभाव लंबे समय में कम हो जाता है, साथ ही लगातार कम समन्वय वाली टीमों की तुलना में आउट-ग्रुप दृष्टिकोण में सुधार होता है।
Hindu-Muslim integration and firm output in Indian manufacturing: Evidence from a field experiment
Evidence suggests that ethnic diversity can lower firm output due to poor social ties and taste-based discrimination among workers. Based on an experiment in a manufacturing plant in West Bengal, this article shows that religious mixing initially leads to lower team output in teams performing tasks requiring higher continuous coordination. However, this negative effect on productivity reduces in the longer run, with out-group attitudes improving vis-à-vis teams with lower continuous coordination.
